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सत्य बहुमत की राजनीति लोकतंत्र की खामियों को दूर करने का रास्ता है। मतदाताओं को लोकतंत्र में ताकतवर बनाने की कोशिश है। राजनीति में भ्रष्टाचार और भ्रष्ट तरीके से होने वाले गठबंधन से आजादी दिलाने का काम एक मात्र सत्य बहुमत की सियासत ही कर सकती है। सत्य बहुमत वोटों के बहुमत से सरकार बनाने की वकालत है। यही देशवासियों के लिए मुफ्त शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, रोजगार की गारंटी है। सामाजिक रूप से छुआछूत और भेदभाव या पक्षपात को खत्म करने का रास्ता सत्य बहुमत की सियासत है। छल-कपट, खरीद-फरोख्त, लोभ-भय जैसे हथकंडों से सांसदों-विधायकों के बहुमत को तितर बितर कर नया बहुमत तैयार करने की सियासत का जवाब है सत्य बहुमत। सरकार उन सांसदों-विधायकों की संख्या बल से क्यों बने जिनके पास खुद मतदाताओं का बहुमत नहीं है। जिस राजनीतिक पार्टी के पास सबसे ज्यादा मतदाता हों, उसे सरकार बनाने का हक हो। मतदाताओं का बहुमत ही सत्य बहुमत है। वर्तमान संसदीय प्रजातंत्र में राजनीति इस कदर भ्रष्टाचार के दलदल में फंस चुकी है कि वह सांसदों-विधायकों के फर्जी बहुमत की गिरफ्त में है। इस फर्जी बहुमत पर धनबलियों और बाहुबलियों का कब्जा है। विदेशी शक्तियां भी इस बहुमत को प्रभावित करने के प्रयास में लगी रहती हैं। महंगाई, अमीरी-गरीबी की खाई, बीमारी, बेरोजगारी, गंदगी, अपराध, मिलावट आदि भ्रष्टाचार पर आधारित वर्तमान प्रजातंत्र के बुरे फल हैं। वर्तमान संसदीय प्रजातंत्र में जाति, धर्म, भाषा, वर्ग में देश बंटा हुआ दिखता है। इससे ऊपर उठने के लिए जनता के सच्चे बहुमत वाली सरकार की वकालत करनी होगी। सच्चा बहुमत हमेशा नकारात्मक बातों से ऊपर रहता है। यही सत्य बहुमत की सियासत की आत्मा है। स्वाभिमानी आत्मनिर्भर भारत तभी बन सकता है जब सत्य बहुमत की राजनीति को देश स्वीकार करेगा। सत्य बहुमत पार्टी इसी राजनीति को आगे बढ़ाती है। गठबंधनमुक्त ~ सत्य बहुमत ~ जिंदाबाद - जिंदाबाद